हरित क्षितिज की ओर तीव्र गति: 2030 के लिए आईईए का विजन
परिचय
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) ने वैश्विक परिवहन के भविष्य के लिए अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए एक अभूतपूर्व खुलासा किया है। हाल ही में जारी 'वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक' रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक दुनिया भर की सड़कों पर चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की संख्या में लगभग दस गुना वृद्धि होने की संभावना है। इस महत्वपूर्ण बदलाव के पीछे सरकारी नीतियों में हो रहे बदलाव और प्रमुख बाजारों में स्वच्छ ऊर्जा के प्रति बढ़ती प्रतिबद्धता का योगदान होने की उम्मीद है।
इलेक्ट्रिक वाहनों का बढ़ता चलन
आईईए का पूर्वानुमान वाकई क्रांतिकारी है। 2030 तक, यह वैश्विक ऑटोमोटिव परिदृश्य में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या को वर्तमान संख्या से दस गुना तक पहुंचने की कल्पना करता है। यह प्रगति टिकाऊ और विद्युतीकृत भविष्य की ओर एक अभूतपूर्व छलांग का संकेत देती है।
नीति-संचालित परिवर्तन
इस तीव्र वृद्धि के प्रमुख कारणों में से एक स्वच्छ ऊर्जा को समर्थन देने वाली सरकारी नीतियों का बदलता स्वरूप है। रिपोर्ट में बताया गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका सहित प्रमुख बाजारों में ऑटोमोटिव क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। उदाहरण के लिए, अमेरिका में, आईईए का अनुमान है कि 2030 तक, नए पंजीकृत वाहनों में से 50% इलेक्ट्रिक वाहन होंगे।—दो साल पहले के 12% के पूर्वानुमान से यह एक महत्वपूर्ण छलांग है। इस बदलाव का श्रेय मुख्य रूप से अमेरिकी मुद्रास्फीति कटौती अधिनियम जैसे विधायी सुधारों को दिया जाता है।
जीवाश्म ईंधन की मांग पर प्रभाव
जैसे-जैसे विद्युत क्रांति गति पकड़ रही है, आईईए जीवाश्म ईंधन की मांग पर इसके महत्वपूर्ण प्रभाव को रेखांकित करता है। रिपोर्ट बताती है कि स्वच्छ ऊर्जा पहलों का समर्थन करने वाली नीतियां भविष्य में जीवाश्म ईंधन की मांग में कमी लाने में योगदान देंगी। विशेष रूप से, आईईए का अनुमान है कि मौजूदा सरकारी नीतियों के आधार पर, तेल, प्राकृतिक गैस और कोयले की मांग इस दशक के भीतर चरम पर पहुंच जाएगी।—अभूतपूर्व घटनाक्रम।
पोस्ट करने का समय: 25 अक्टूबर 2023

